Small Business Idea- 10 हजार रुपये में शुरू करे गुड़ का व्यापार, जानिए कैसे करे शुरुवात

हमारे देश भारत में चीनी और गुड़ दोनों ही काफी अधिक प्रयोग किए जाते हैं। अधिकतर सभी किराना दुकानों पर हमें गुड बिकता हुआ नजर आ ही जाता है। यहां बता दें कि गुड़ का उपयोग अलग-अलग प्रकार की स्वीट डिश को बनाने के लिए बहुत अधिक किया जाता है। गुड अधिकतर उन जगहों पर अधिक बनता है जहां पर गन्ने की फसल उगती है। वैसे गुड हमारे देश के अधिकतर सभी इलाकों में बनाया जाता है लेकिन सबसे अच्छा गुड़ केवल पंजाब में ही बनता है।

गुड़ के लाभ एवं प्रयोग

गुड मीठा होता है इसलिए आप इसको चीनी की जगह पर भी इस्तेमाल कर सकते हैं और चीनी के उपयोग में भी कमी ला सकते हैं। बता दें कि गुड़ का स्वाद चीनी से काफी हटकर होता है और इसका प्रयोग करके अनेकों प्रकार की मिठाइयां बनाई जाती हैं। इसके अलावा यह जानकारी भी दे दें कि अगर आप का गुड़ एक अच्छी क्वालिटी का है तो यह सर्दी से भी काफी रक्षा कर सकता है।

गुड के व्यापार में आवश्यक कच्ची सामग्री

गुड़ बनाने के लिए गन्ने का प्रयोग किया जाता है।

गन्ने कहां से प्राप्त करें

हमारे देश में अधिकतर बहुत सारे इलाकों में गन्ने उगाए जाते हैं इसलिए आप गुड़ बनाने के लिए किसानों से गन्ना खरीद सकते हैं। इसके अलावा अगर आपको किसानों से गन्ना खरीदने में किसी प्रकार की कोई कठिनाई आ रही है तो आप गन्ना मंडी में जाकर भी गन्ने खरीद सकते हैं।

गन्ने की कीमत

यहां आपको जानकारी के लिए बता दें कि अगर आप गन्ने खरीदना चाहते हैं तो उसकी कीमत इस बात के ऊपर निर्भर करती है कि आप कौन सी जगह से उन्हें खरीद रहे हैं। वैसे आमतौर पर अगर आप गन्ने मंडी में जाकर गन्ने खरीदते हैं तो वहां पर आपको यह आसानी से 2.55 रुपए प्रति किलो मिल जाते हैं।

गुड़ बनाने की मशीनें

इस व्यवसाय को शुरू करने के लिए आपको गन्ने का रस निकालना होता है जिसके लिए आप को गन्ना क्रेशर मशीन की आवश्यकता होती है। आप यह मशीन ऑनलाइन भी खरीद सकते हैं या फिर आप बाजार से जाकर भी खरीद सकते हैं। यहां आपको एक बात यह भी बता दें कि रस निकालने के लिए बहुत से लोग कोल्हू का प्रयोग भी करते हैं लेकिन उसमें काफी कम निकलता है और टाइम भी बहुत अधिक खर्च होता है।

गुड़ बनाने की मशीनों की कीमत

गन्ने का रस निकालने के लिए जो स्वचालित मशीन आती है उसका मूल्य एक लाख से शुरू होता है। लेकिन वहीं अगर आप हस्तचलित यानी हाथ से चलाने वाली मशीन खरीदते हैं तो उसका मूल्य 10 हजार रुपए से शुरू होता है।

गुड़ बनाने का तरीका

निम्नलिखित हम आपको गुड बनाने की एक बहुत ही आसान सी प्रक्रिया के बारे में बता रहे हैं जिसका प्रयोग करके आप सरलता पूर्वक एक अच्छी क्वालिटी का गुड़ बनाकर उसका व्यवसाय शुरू कर सकते हैं-

  • सबसे पहले आप अच्छी क्वालिटी के गन्ने लेकर उनको साफ करें और उसके बाद क्रेशर मशीन की मदद से उनका रस निकाल लें। इस रस को आप किसी बड़े ड्रम या फिर बर्तन में भर लें।
  • अब आपको गन्ने के रस को पकाना होगा जिसके लिए आपको जमीन में एक गड्ढा करके एक चूल्हा बनाना होगा। जब चूल्हा बन जाए तो उसमें आग जला दें और एक बड़ी सी कढ़ाई में गन्ने का रस डालकर पकने के लिए रख दें।
  • जिस समय गन्ने के रस को आग पर उबाला जाता है उस समय उसमें सुखलाई के पौधे के जड़ और तने का रस भी डालते हैं जिसकी वजह से गन्ने के रस में मौजूद सारा मेल और कूड़ा झाग के साथ ऊपर आ जाता है। इसको निकाल दीजिए।
  • अब रस को पकने दें आप देखेंगे कि रस धीरे-धीरे गाढ़ा होने लगेगा।
  • जब यह रस गाढ़ा हो जाए तो इसको फिर एक सांचे में डाल दें। अगर आपके पास सांचा नहीं हो तो आप अपने हाथों का इस्तेमाल भी कर सकते हैं।
  • इस प्रकार बहुत सरलता के साथ एक उत्तम क्वालिटी का गुड़ बनाया जा सकता है जिसको पैक करने के बाद आप बाजार में बेच सकते हैं।

गुड़ को शुद्ध कैसे करें

यहां जानकारी के लिए बता दें कि एक अच्छी किस्म का गुड़ आप तभी तैयार कर सकते हैं जब गन्ने का रस बिल्कुल साफ सुथरा हो। इसको साफ करने के लिए आप सुखलाई के पौधे के जड़ और तने के रस का प्रयोग करें वैसे आपको बता दें कि इसे आमतौर पर जंगली भिंडी के नाम से जाना जाता है। जब आप गन्ने की खेती करते हैं तो उस समय आप इसके बीज को भी रोप दें। इस प्रकार जब आप गुड़ बनाएंगे तो आपको इस पौधे को कहीं भी ढूंढना नहीं पड़ेगा।

स्वास्थ्य के लाभदायक गुड़ कैसे बनाएं

अगर आप अपने गुड़ की विशिष्टता को बढ़ाना चाहते हैं तो इसके लिए गुड़ बनाते समय उसमें अदरक, आंवला, सौंफ इत्यादि को अच्छी तरह से मिला दें। बता दें कि इस तरह से तैयार किया हुआ गुड़ सर्दी, जुकाम के उपचार के लिए बहुत अधिक उपयोग में लाया जाता है।

गुड़ के व्यापार में कुल लागत

आपके गुड़ के व्यवसाय में लगने वाली कुल लागत इस बात के ऊपर निर्भर करती है कि आप रस निकालने के लिए कौन सी मशीन का प्रयोग करते हैं। शुरू में आप हैंड मशीन का प्रयोग करके अपना काम जमा सकते हैं इस मशीन का मूल्य काफी कम है जो कि लगभग 10 हजार रुपए तक पड़ता है। इसके अलावा जो मशीनें डीजल से चलती है उनका मूल्य 20 हजार रुपए से लेकर 80 हजार रुपए तक होता है। बता दें कि इसके लिए अगर आप क्रेशर मशीन खरीदना चाहते हैं तो उसकी कीमत एक लाख रुपए तक हो सकती है। इस प्रकार गुड़ व्यवसाय को आप न्यूनतम 15 हजार रुपए से और अधिकतम एक लाख बीस हजार रुपए से शुरू कर सकते हैं।

गुड निर्माण के समय अन्य आवश्यक वस्तु

गुड़ बनाने के लिए आपको अन्य दूसरी वस्तुओं को भी खरीदने की आवश्यकता होती है जैसे कढ़ाई,चम्मच, रस संचित करने के लिए ड्रम, गुड़ जमाने के सांचे इत्यादि। यहां आपको जानकारी दे दें कि इन सभी सामान को खरीदने के लिए आपको लगभग 30 हजार रुपए तक की जरूरत पड़ेगी।

व्यापार के लिए आवश्यक स्थान

गुड़ का व्यवसाय शुरू करने के लिए आपको कम से कम 500 वर्ग मीटर स्थान की जरूरत होगी। इसके अलावा इस जगह के निर्माण में आपको 1500 रुपए प्रति वर्ग मीटर का खर्च करना पड़ेगा।

गुड़ व्यापार के लाभ

यहां जानकारी दे दें कि यदि आप हर दिन 30-40  किलोग्राम गुड़ बनाते हैं और उसको कम से कम 30 रुपए प्रति किलोग्राम की दर से बेचते हैं तो रोजाना 1000 से लेकर 1200 रुपए तक मुनाफा आसानी से आप कमा सकते हैं।

गुड़ की मार्केटिंग

यहां जानकारी के लिए बता दें कि गुड़ की मार्केटिंग करना बहुत ही आसान है इसके लिए आप गुड़ बनाते समय सांचों में अपनी ब्रांड का निशान डाल दें। इस प्रकार तैयार गुड़ में  चिन्ह अंकित हो जाएगा। साथ ही आप अपने गुड की मार्केटिंग मिठाई की दुकानों, बड़ी बड़ी किराना दुकानों के साथ-साथ मॉल इत्यादि में भी कर सकते हैं। इसके अलावा अगर आप अपना गुड़ बिना किसी ब्रांडिंग के बेचना चाहते हैं तो वह भी आप बेच सकते हैं। ‌

व्यापार की स्थापना के लिए ऋण

यदि आपके पास गुड़ व्यवसाय शुरू करने के लिए पर्याप्त धन नहीं है तो आप इसके लिए सरकार की मदद ले सकते हैं। इसके अलावा आप गुड़ बनाने की ट्रेनिंग खादी ग्राम उद्योग प्रशिक्षण केंद्र में जाकर सीख सकते हैं और अगर आप जैविक विधि के माध्यम से गुड़ बनाना चाहते हैं तो इसके लिए आप कृषि अनुसंधान केंद्र से ट्रेनिंग ले सकते हैं।

गुड व्यापार के लिए लाइसेंस

आपको जानकारी के लिए बता दें कि अगर आप अपना गुड़ अपनी ब्रांड के नाम से बेचने के इच्छुक हैं तो इसके लिए आपको लाइसेंस की आवश्यकता पड़ेगी जो कि आप खाद्य विभाग या एफएसएसएआई से बनवा सकते हैं। इसके अलावा आप अपनी खुद की ब्रांड बनाना चाहते हैं तो उसके लिए आपको ट्रेड लाइसेंस उद्योग आधार के अधीन भी रजिस्ट्रेशन करवाना पड़ता है।

गुड़ की पैकिंग की विधि

जब आप गुड़ की पैकिंग करें तो तब  आपको गुड़ की मात्रा का ध्यान रखना होगा क्योंकि बाजार में 250 ग्राम और 500 ग्राम गुड़ के पैकेट ज्यादा बिकते हैं। इसीलिए आप भी ऐसे ही पैकेट्स बनाकर बेचें। साथ ही यदि आपका ब्रांड पंजीकृत है तो आप पैकिंग के बाहर उसका स्टीकर भी जरूर लगा दें।

FAQ

Q: गुड़ के व्यापार के लिए कौन-कौन सी कच्ची सामग्री की आवश्यकता पड़ती है?

Ans: गन्ने का रस।

Q: भारत में गुड़ बनाने की मशीनें कहां से खरीदी जा सकती हैं और उनकी कीमत कितनी होती है?

Ans: ऑनलाइन या फिर मार्केट में जाकर जहां पर इस तरह की मशीनें मिलती हैं।  इन मशीनों की कीमत दस हजार रुपए से लेकर एक लाख रुपए तक हो सकती है।

Q: गुड़ बनाते समय गन्ने के रस को कैसे शुद्ध किया जा सकता है?

Ans: सुखलाई के पौधे के जड़ और तने के रस से शुद्ध किया जा सकता है।

Q:गुड़ का व्यवसाय करने के लिए गन्ने कहां से प्राप्त करें?

Ans: इसके लिए आप किसानों से गन्ने प्राप्त कर सकते हैं या फिर आप गन्ना मार्केट से भी गन्ने ले सकते हैं।

Q: गुड़ का व्यापार शुरू करने में कितनी लागत आती है?

Ans: न्यूनतम 15000 रुपए और अधिकतम 1,20,000 रुपए तक की लागत आती है।

Q: गुड़ का बिजनेस शुरू करके हर महीने कितने रुपए कमाए जा सकते हैं?

Ans: शुरुआत में हर महीने 30,000 रुपए से अधिक कमा सकते हैं और बाद में लाखों रुपए कमाए जा सकते हैं।

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